12 वर्षों से फर्जी पते पर नौकरी कर ले रही थी वेतन, खुला मामला- अब होगी बर्खास्त……
गोरखपुर। गोरखपुर के परिषदीय विद्यालयों में फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी करने का एक और मामला सामने आया है। कैंपियरगंज ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय डुमरिया में फर्जी ढंग से 12 वर्ष तक नौकरी करने वाली शिक्षिका, मामला उजागर होने के बाद बीमारी का बहाना बनाकर तीन साल से फरार है।
मानव संपदा पोर्टल और सेवा पुस्तिका में अंकित पते पर भी शिक्षिका को ढूंढा नहीं जा सका है। अब बेसिक शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षिका को अपना पक्ष प्रस्तुत करने का अंतिम अवसर दिया है। वह उपस्थित नहीं हुई तो उसे बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
बीएसए रमेन्द्र कुमार सिंह के मुताबिक, यदि शिक्षिका 21 मार्च तक साक्ष्य के साथ विभाग में उपस्थित नहीं हुई तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
12 सालों तक प्राथमिक विद्यालय में कूटरचित शैक्षिक अभिलेख और पैन कार्ड का दुरुपयोग कर बेसिक शिक्षा विभाग से वेतन उठाती रही। शिक्षिका का राज मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों का ब्योरा अनिवार्य रूप से दर्ज करने पर खुला।
वाराणसी के हरुवा तहसील के प्राथमिक विद्यालय बलुआ की सहायक अध्यापिका संगीता सिंह के नाम पर गोरखपुर के कैंपियरगंज ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय डुमरिया में 2009 से कूटरचित शैक्षिक अभिलेख पर वास्तविक नाम छुपाते हुए एक महिला शिक्षिका की नौकरी कर रही थी।
बीएसए ने वाराणसी के बीएसए को इसकी जानकारी दी। दोनों जिलों की जांच में दोनों शिक्षिकाओं के नाम और पिता के नाम सहित अन्य दस्तावेज एक समान पाए गए। इस मामले के उजागर होने के बाद एक अगस्त, 2021 से कैंपियरगंज ब्लॉक में कार्यरत महिला शिक्षिका बीमारी का बहाना बनाकर गायब है।
आरोपी शिक्षिका की सेवा पुस्तिका में अंकित पता डुमरी खास सरदार नगर, गोरखपुर और मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज पता गांव लक्ष्मीपुर, टोला पठान पुरवा पोस्ट सरपतहा जिला गोरखपुर फर्जी मिला। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस नाम की कोई महिला यहां नहीं रहती है।