लड़की को परीक्षा में बाहर से मिल रही थी मदद, सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़; युवती समेत चार गिरफ्तार
गाजियाबाद। शनिवार को आरक्षी नागरिक पुलिस-2023 सीधी भर्ती की लिखित परीक्षा ब्लूटूथ के सहारे नकल करने के आरोप में एसटीएफ ने लोनी के पावी स्थित सीआरएस पब्लिक स्कूल में एक युवती को पकड़ा। युवती की मदद परीक्षा केंद्र के बाहर कार में बैठकर कर रहे तीन आरोपित भी एसटीएफ ने पकड़े हैं।
युवती अंदरूनी वस्त्रों में ब्लूटूथ छिपाकर परीक्षा केंद्र में अंदर ले जाने में सफल रही। दस लाख रुपये में सॉल्वर गैंग ने युवती को परीक्षा पास कराने का सौदा किया था। एक पकड़ा गया आरोपित रविवार को होने वाली परीक्षा में भी खुद भी शामिल होने वाला था। उसके बाद से सिपाही का फर्जी पहचान पत्र बरामद हुआ है।
स्कूल में नकल होने की मिली सूचना
शनिवार को जनपद में 44 परीक्षा केंद्रों पर उत्तर प्रदेश भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित आरक्षी नागरिक पुलिस-2023 की सीधी भर्ती की लिखित परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई। परीक्षा में नकल रोकने के लिए सॉल्वर गैंग की तलाश में लगी एसटीएफ को सूचना मिली कि ट्रॉनिका सिटी के एक स्कूल में नकल हो रही है।
युवती के कान में लगा था ब्लूटूथ
एसटीएफ ने जानकारी जुटाकर सीआरएस पब्लिक स्कूल में शाम करीब चार बजे दूसरी पाली की परीक्षा चलने के दौरान छापा मारा। केंद्र से एसटीएफ ने एक युवती निवाड़ी निवासी रिया चौधरी को पकड़ा। जांच करने पर युवती के पास से ब्लूटूथ डिवाइस मिला। जिसे कान में लगाकर वह बाहर बैठे सॉल्वर गैंग के सदस्यों के संपर्क में थी।
गाजियाबाद की कार से दबोचे आरोपी
पुलिस ने परीक्षा केंद्र के बाहर सफेद रंग की गाजियाबाद नंबर की कार से तीन आरोपित भी दबोच लिए। इनमें मुजफ्फरनगर के बेहड़ा निवासी गुरूवचन, बुलंदशहर के खन्दोई निवासी राजकुमार उर्फ नीटू समेत निवाड़ी थानाक्षेत्र के डबाना गांव निवासी नाबालिग हैं। नाबालिग आरोपित और रिया भाई बहन हैं।
गैंग ने उत्तराखंड में वर्ष 2021 में कराई थी वन विभाग की परीक्षा में नकल
पूछताछ में सामने आया कि पकड़ा गया आरोपित गुरूवचन बीए पास है और मेरठ में फिजिकल की ट्रेनिंग का स्कूल चलाता है। मेरठ में पूर्व में उसकी मुलाकात कांधला निवासी मोनू मलिक, बागपत के बिनौली निवासी कपिल और सहारनपुर निवासी प्रिंस से हुई। मोनू मलिक और कपिल प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली कराने वाले गैंग को चलाते थे। गुरूवचन भी उनके गैंग में शामिल होकर परीक्षाओं में नकल कराने लगा। इस गैंग ने वर्ष 2021 में उत्तराखंड में हुई वन विभाग उपनिरीक्षक परीक्षा में नकल कराई थी।
11 साल पहले दी परीक्षा में पास नहीं हुआ तो नाम बदला
प्रिंस के माध्यम से गुरूवचन बुलंदशहर निवासी राजकुमार के संपर्क में आया। राजकुमार ने वर्ष 2013 में पुलिस भर्ती परीक्षा में असफल होने पर अपना नाम नीटू रखकर हाइस्कूल किया और नीटू के नाम से ही आधार कार्ड बनवाया। उसी के आधार पर मौजूदा परीक्षा के लिए आवेदन किया। सहारनपुर में रविवार को उसकी भी परीक्षा होनी थी। राजकुमार ही परीक्षा में कार में बैठकर रिया को नकल करा रहा था।
दस लाख रुपये में तय हुआ सौदा
एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, दस लाख रुपये में रिया को परीक्षा पास कराने का सौदा तय हुआ था। इसमें दो लाख रुपये परीक्षा से पहले दे दिए गए थे। तीन लाख रुपये परीक्षा में नकल कराने के बाद दिए जाने थे जबकि पांच लाख रुपये परीक्षा परिणाम में पास होने के बाद दिए जाने तय किए गए।
आरोपितों से बरामद सामान
तीन ब्लूटूथ, सात इयरफोन, एक माइक्रोफोन, चार स्पेयर बैटरी, दो सिम, पांच मोबाइल, एक कार एवं राजकुमार के नाम का पुलिस आरक्षी का फर्जी परिचय पत्र एसटीएफ ने बरामद किया है।
पकड़े गए आरोपित
पकड़े गए आरोपित मुजफ्फरनगर के बेहड़ा निवासी गुरूवचन, बुलंदशहर के खन्दोई निवासी राजकुमार उर्फ नीटू समेत निवाड़ी थानाक्षेत्र के डबाना गांव निवासी नाबालिग एवं रिया चौधरी को पकड़ा गया है। नाबालिग आरोपित और रिया भाई बहन हैं।
सूचना के आधार पर एसटीएफ टीम ने परीक्षा केंद्र पर जांच की थी। जांच में साल्वर गैंग नकल कराता हुआ पकड़ा गया है। ट्रोनिका सिटी थाने में केस दर्ज कराया गया है। -राजकुमार मिश्रा, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ नोएडा