सांड़ के हमले में बुजुर्ग की मौत, पशु चिकित्साधिकारी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट
बरेली। सांड़ के हमले में सेवानिवृत्त गन्ना प्रबंधक की मौत के मामले में नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आदित्य तिवारी फंस गए हैं। अपर नगर आयुक्त सुनील कुमार यादव ने शनिवार को उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
शहर में घूम रहे छुट्टा पशुओं को पकड़कर आश्रय स्थल पहुंचाना नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण विभाग की जिम्मेदारी है। उच्चाधिकारियों के स्तर से बार-बार आदेश के बाद भी पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. आदित्य तिवारी अपने काम के प्रति लापरवाह बने हुए थे। उनका विभाग छुट्टा पशुओं को लेकर नगर निगम में आने वाली शिकायतों को भी गंभीरता से नहीं ले रहा था। 24 जनवरी को संजयनगर में सांड़ के हमले में वृद्ध की मौत के बाद भी उनके स्तर से लापरवाही की गई।
घटना के काफी देर बाद सांड़ पकड़ने के लिए नगर निगम की अप्रशिक्षित टीम को भेज दिया गया। अप्रशिक्षित टीम ने सांड़ को पकड़ा तो गले में फंदा लगने से उसकी भी मौत हो गई। इसके बाद नगर निगम की काफी किरकिरी हो रही थी। सोशल मीडिया पर भी शहर के लोग नगर निगम पर तंज कस रहे हैं। सांड़ के हमले से संबंधित वीडियो भी शेयर कर रहे हैं।अब तक शिकायतों को नजरअंदाज कर रहे पशु चिकित्साधिकारी कार्रवाई के बाद नींद से जाग गए हैं। अब उनको छुट्टा पशुओं को पकड़ने की याद आई है। यदि यही संजीदगी पहले दिखाते तो शायद बुजुर्ग की जान बच सकती थी।
शनिवार को नगर निगम की तीन टीमों ने डेलापीर, स्टेडियम रोड और सौ फुटा रोड इलाकों में अभियान चलाकर 21 छुट्टा पशुओं को पकड़ा। इनमें 13 सांड़ और शेष गाय हैं। नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आदित्य तिवारी ने बताया कि पकड़े गए पशुओं को आश्रय स्थल भिजवाया गया है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।