688 निजी स्कूलों की खत्म हो सकती है मान्यता, इस कारण लिया जा रहा एक्शन
कानपुर। शासन की विभिन्न योजनाओं से सरकारी व निजी स्कूलों और मदरसों को सीधे जोड़ने वाला एक मात्र माध्यम यू-डायस में आनलाइन प्रपत्र भरवाना बेसिक शिक्षा विभाग के लिए चुनौती बन गया है। महानिदेशक स्तर से बार-बार चेतावनी के बाद भी 688 निजी स्कूलों और मदरसों ने पोर्टल पर विवरण नहीं भरा है।
स्कूल संचालकों को 30 दिसंबर यानी शनिवार तक एक और मौका दिया गया है। यदि फिर भी सभी स्कूल पोर्टल पर ब्योरा नहीं भरते हैं तो संचालकों को ढिलाई बरतना महंगा पड़ेगा। बीएसए ने शासन से मान्यता खत्म करने की संस्तुति करने का फैसला लिया है।
परिषदीय, निजी स्कूलों और मदरसों का विवरण पोर्टल पर आनलाइन किया जाना है। इसके अपलोड होने के बाद ही विद्यालयों को कोड मिलता है। बावजूद इसके सीबीएसई, आइसीएसई से संबद्ध स्कूल और मदरसे रुचि नहीं ली जा रही है। लगातार चेतावनी के बाद भी गंभीरता नहीं दिखाए जाने पर महानिदेशक ने 30 दिसंबर तक हर हाल में अनिवार्य ब्योरा देने के निर्देश जारी किए है। फिर भी पोर्टल पर जानकारी नहीं दी जाती है तो यू डायस कोड और मान्यता खत्म करने की कार्रवाई की जाएगी।
यू डायस पोर्टल पर आनलाइन विवरण है जरूरी
मान्यता प्राप्त व सरकारी स्कूलों को प्रत्येक वर्ष यू डायस पोर्टल पर विद्यालय के पिछले वर्ष का परीक्षा परिणाम, छात्र-छात्राओं को किताबें दी कि नहीं, छात्र संख्या, भौतिक सुविधाओं के रूप में शौचालय की स्थिति, पेयजल, बिजली, चहारदीवारी, कक्षाओं की संख्या व स्थिति आदि अपलोड करनी होती हैं।
यदि किसी स्कूल का यू-डायस कोड नहीं है तो शासन उसकी गणना स्कूल के रूप में नहीं करता है। पोर्टल पर प्रपत्र पर जानकारी दिए जाने के बाद शासन स्तर से कार्ययोजना तैयार होती है।
जिले में 688 निजी स्कूल और मदरसे ऐसे हैं जो यू डायस पोर्टल पर आनलाइन विवरण नहीं दे रहे हैं। चार से पांच पर चेतावनी दी गई लेकिन उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया। अब शनिवार तक का अंतिम समय दिया है। इसके बाद मान्यता खत्म करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सुरजीत कुमार सिंह, बीएसए, कानपुर नगर