मेरे माता.पिता गरीब हैं लेकिन वो दिल के बहुत अमीर हैं, लिखकर 11वीं की छात्रा ने की सुसाइड, परिजनों का रो.रोकर बुरा हाल……
झज्जर। जिले के एक गांव में लंबे समय से बीमारी से जूझ रही एक किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। घटना रविवार शाम की है। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें किशोरी ने बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी है। इधर अस्पताल में आए स्वजनों ने बताया कि किशोरी 11वीं कक्षा की छात्रा थी और काफी समय से वह बीमार चल रही थी, उसका एक भाई भी है।
बता दें कि किशोरी का परिवार पिछले करीब 20 सालों से जिले के एक गांव में बाग संभालने का काम कर रहा हैं। बाग संभालने से होने वाली आमदनी से ही उनके परिवार का भरण पोषण हो पाता है। जिस समय किशोरी की माता घर का सामान लेने के लिए गई हुई थी। इसी दौरान पीछे से किशोरी ने कमरे में जाकर फांसी लगाते हुए आत्महत्या कर ली। मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
कई दिनों से चल रही थी बीमार
जांच अधिकारी रविंद्र ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि जिला के एक गांव में किशोरी ने खुदकुशी की है। मौके पर एफएसएल टीम को भी साक्ष्य जुटाने के लिए बुलाया गया। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतका के पिता के बयान के आधार पर इत्तफाकिया कार्रवाई की गई है। सोमवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर स्वजनों को सौंप दिया गया।
मेरे माता.पिता गरीब हैं पर दिल के हैं अमीर
अस्पताल में आए जांच अधिकारी ने बताया कि मौके पर घटनास्थल से किशोरी का लिखा हुआ सुसाइड नोट भी बरामद हुआ हैं। जिसमें उसने लिखा कि जय माता दी। मैं बीमारी से परेशान होकर आपके पास आ रही हूं। मेरे माता.पिता गरीब है लेकिन वह दिल के बहुत अमीर है, लिखा हुआ था। अस्पताल में आए गांव के एक किसान ने बताया कि उनकी बेटी भी उसी स्कूल में पढ़ाई करती थी जिसमें किशोरी पढ़ रही थी।
स्कूल में प्रार्थना के दौरान भी उसकी तबीयत खराब होने की वजह से गिर जाती थी। जिसे बाद घर भेज दिया जाता था। परिवार उसे हर संभव इलाज दिलवाने की कोशिश भी कर रहा था। लेकिन यह बेटी परिवार और बीमारी से पहले खुद हिम्मत हार गईं। इधर अस्पताल में आए स्वजनों का बुरा हाल हो रखा था।