पिता को बेटे के हिट एंड रन की आशंका, दोस्त आमिर ने बताई आखिरी पलों की कहानी…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
अलीगढ़। टप्पल क्षेत्र के यमुना एक्सप्रेस वे प्वाइंट 47 पर बुधवार को हादसे में देहरादून के कनाट प्लेस निवासी यू.ट्यूबर अगस्ते चौहान की मौत हो गई थी। दोस्त आमिर माजिद पर कई लोगों ने हिट एंड रन का आरोप लगाया है। घटना के बाद आमिर का फोन बंद हो गया। लेकिन उन्होंने खुद अपने यू.ट्यूब चैनल पर लास्ट राइड की वीडियो डालकर सफाई दी है। कहा हम मजाक कर रहे थे कि आज 300.350 के पार पहुंचेंगे। अगस्ते ने कहा था कि 400 पार करूंगा। लेकिन उस दिन तेज हवा विंड ब्लास्ट थी। हमारी स्पीड 300 तक नहीं पहुंची। दुर्घटना जब हुई, तब मैं आगे निकल चुका था। लौटकर आया तो अगस्ते को अस्पताल ले जाया जा चुका था। बाइक का टायर फटा हुआ था।
आमिर ने हादसे वाली जगह को दिखाया
आमिर ने वीडियो में उस जगह को भी दिखाया। जहां हादसा हुआ। अपनी बाइक भी दिखाई। कहा कि अगर मेरी बाइक से टक्कर हुई होती तो, कहीं टूटने का निशान होता। वीडियो में आमिर रोते हुए दिखे। बोले जो लोग अब श्रद्धांजलि दे रहे हैं। वो कभी अगस्ते को परेशान करते थे। अगस्ते बहुत अच्छा और वफादार दोस्त था।
अगस्ते की बाइक की चेन थी ढीली
देहरादून से दिल्ली के सफर को अगस्ते ने अपनी आखिरी वीडियो में साझा किया है। इसमें अगस्ते ने बताया था कि बाइक की चेन ढीली हो गई है। ये भी कहा था कि डी.हाइड्रेशन की वजह से चक्कर आ सकते हैं। वे एक दुकान पर रुके। वहां चेन ठीक नहीं हुई। लाक भी टूट गया था।
80 किमी बाद था कटए इसलिए लिया यू.टर्न
पुलिस ने अगस्ते के कैमरे में मिले वीडियो को जारी किया है। इसमें अगस्ते कहते दिख रहे हैं कि आगे 80 किलोमीटर बाद कट है। इसलिए टप्पल क्षेत्र से ही यू टर्न ले लिया। वीडियो में कई बार अगस्ते ने 200 से अधिक रफ्तार पकड़ी। आमिर से कहते भी दिखे कि आगे चल रही कार बिना इंटीकेडर दिए मुड़ रही हैं। ऐसे में सावधान होकर चलना पड़ेगा।
पुलिस ने पिता को दिया अगस्ते का सामान
अगस्ते के पिता जितेंद्र सिंह चौहान ने हिट एंड रन की आशंका जताई है। उन्होंने बताया कि हादसे वाले दिन वे अपनी बेटी जाह्नवी को एयरपोर्ट छोड़ने गए थे। उसे लंदन जाना था। लेकिन हादसे के चलते बेटी जा नहीं पाई। अगस्ते के पास तीन कैमरे थे। पुलिस ने अगस्ते का डेढ़ लाख रुपये का फोन, उसके रुपये, बाइक के कागजात दिए हैं। नोएडा के एक दोस्त ने फोन करके बताया है कि अगस्ते का बैग उसके पास है, जिसमें लैपटाप, टी शर्ट व अन्य सामान है। अगस्ते के साथ रहे दोस्त उसके अंतिम संस्कार में नहीं आए।
पिता पंजा लड़ाने के चैंपियन रहे
जितेंद्र चौहान पेशे से बिल्डर हैं। वह आर्म्स रेसलिंग ;पंजा लड़ाना में राष्ट्रीय चैंपियन रहे हैं। अगस्ते चार साल पहले बीबीए की पढ़ाई के साथ आर्म्स रेसलिंग में हाथ आजमाने लगे और राष्ट्रीय चैंपियन बने।