चकिया पहुंचा शिलांग से 25 बाइकों से चली सीआरपीएफ की 50 महिला जवानों का ग्रुप……31 को 40 जिलों से होते हुए गुजरात पहुंचेगा हुआ भब्य स्वागत, विधायक व DIG, चेयरमैन ने बढ़ाया हौसला….अब अबला नहीं सबला हो गई है नारी शक्ति
शिलांग से 25 बाइकों से चली सीआरपीएफ की 50 महिला जवानों का ग्रुप में पहुंचने पर हुआ भब्य स्वागत
विधायक, डीआईजी, चेयरमैन ने किया स्वागत, बढ़ाया हौसला
3291 किलोमीटर का सफर पूरा कर 31 अक्टूबर को गुजरात पहुंचेगा
हमें अपने इन बेटियों का गर्व है- विधायक
राष्ट्रीय एकता दिवस पर अबला अब सबला बन चुकी है- डीआईजी
चकिया, चंदौली।
शुक्रवार की शाम 7 बजे सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर में सी.आर.पी.एफ. की कुल 50 महिला बाईकर 25 मोटरसाइकिलों पर सवार होकर 5 अक्टूबर को शिलांग से अपनी यात्रा पर निकलकर गुवाहाटी बोंगाईगांव, सिल्लीगुड़ी, कटिहार, मोकामाचाट गया औरंगाबाद के रास्ते होते हुए पहुंचे पर भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान विधायक कैलाश आचार्य व डीआईजी राकेश सिंह ने स्वागत करते हुए महिला जवानों का हौसला बढ़ाया।
बता दें कि 50 महिला बाईकर ने 25 मोटरसाइकिलों पर सवार होकर 5 अक्टूबर को शिलांग से अपनी यात्रा पर निकलकर गुवाहाटी बोंगाईगांव, सिल्लीगुड़ी, कटिहार, मोकामाचाट, गया, औरंगाबाद के रास्ते होते हुए शुक्रवार को ग्रुप केन्द्र चन्दौली पहुंची है।
महिला बाईकर टीम चकिया व वाराणसी में विभिन्न कार्यक्रम में शामिल होने के उपरांत 15 अक्टूबर को इस ग्रुप केन्द्र से ग्रुप केन्द्र प्रयागराज हेतु प्रस्थान करेगी। टीम कुल 40 जिलों से गुजरती हुई 3291 किलोमीटर का सफर तय करते हुए 31 अक्टूबर को लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मस्थान एकतानागर, गुजराज में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस में शामिल होगी।
इस दौरान विधायक ने बताया कि हमारी सरकार महिलाओं के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं चला रही हैं। आज इन जवानों को देखकर हमें गर्व हो रहा हैं। 1000 किलोमीटर की लम्बी यात्रा करने के बाद हमारी बेटियां थकी नहीं। वे और भी उत्साहित दिख रही है। 3291 किलोमीटर की यात्रा पूरी करके राष्ट्रीय एकता दिवस पर एकता का संदेश गुजरात में देंगे। बेटियां हमारी अब सशक्त हो गई है।
वहीं डीआईजी राकेश सिंह ने कहा कि आज हमारी बेटियां अबला नहीं है बल्कि सबला हो गई हैं। हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। महिला बाईकर 5 अक्टूबर से शिलांग से चली हैं गुजरात के लिए। बेटियों को भेदभाव भुलाकर पढ़ाएं वे आपका सपना पूरा करेगी।
उन्होंने ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य केन्द्र सरकार द्वारा नारीशक्ति समाक्तिकरण के तहत बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के साथ समन्वित रूप से जनता में जागरूकता को बढ़ावा देना है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से देश में नागरिकों के बीच बालिकाओं को शोषण से बचाने एवं उन्हें उनके अधिकारों के प्रति शिक्षित करने तथा उन्हें शिक्षा के माध्यम से सामाजिक व वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाने हेतु सी.आर.पी.एफ द्वारा सी.आर.पी. एफ ऑल इंडिया महिला मोटर साइकिल अभियान-2023 आयोजित किया जा रहा है। जिसे यश नाम से यशस्विनी सम्बोधित किया गया है।