चकियाः कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकाले ताजिया, गमगीन माहौल में सुपूर्द-ए-खाक हुए ताजिया……गम के माहौल के बीच कर्बला की ओर हुआ रवाना……
समाजसेवियों व समाजिक संगठन के लोगों द्वारा लगाया गया सहायतार्थ शिविर
चकिया, चंदौली। मुहर्रम की दसवीं तारीख के मौके पर आज ताजिया का जुलूस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चकिया नगर सहित सिकंदरपुर, मुजफ्फरपुर, तिलौरी, सोनहुल सहित अन्य क्षेत्रों में निकाला गया। ताजिया को देर शाम तक कर्बला लेजाकर गमगीन माहौल में सुपूर्द-ए-खाक किया गया। इस दौरान परंपरागत मार्गो व कस्बों से मातमी धून के बीच आगे-आगे मातम करते हुए कर्बला पहुंचे। अंतिम दौर की की जाने वाली रस्म मर्सियां पढ़ने के बाद सभी ने अपने-अपने ताजिया को सुपूर्द-ए-खाक कर दिया। जगह-जगह अखाड़ा लगाकर युवाओं ने अपनी करतब दिखाई।
दोपहर दो बजे ताजिया एक-एक कर उठाते हुए राजा के किला के पास पहुंचकर मिलान करने के बाद ताजिया कर्बला की ओर धीरे-धीरे बढ़ता रहा। नौजवान युवक मातम मनाते हुए इमाम हुसैन की शहादत को याद किये। ताजिया जुलूस के दौरान समाजिक संगठन युगांधर सेवा समिति ने गांधी पार्क में शिविर लगाकर ताजिया दारों व ताजिया देखने आये लोगों को सरबत व पेयजल वितरित किये। इसके साथ ही वार्ड नंबर चार के सभासद केशरी नंदन व रफीक बक्सा वाले की ओर से सहायतार्थ शिविर आयोजित कर सरबत का वितरण किया गया। सुबह के दौरान पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष व सपा नेता अजय गुप्ता की ओर से निशुल्क चाय का स्टाल लगाया गया।
इस दौरान हाजी एकराम, सदर मुस्ताक अहमद, मुख्तार खान, आबिद, नगर पंचायत अध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव, अजय गुप्ता, सपा नेता प्रीतम जायसवाल, कैलाश जायसवाल, दिनेश कसौधन, सभासद कमलेश यादव, सभासद केशरीनंदन , आजाद बिहारी, प्रदीप जायसवाल, अजय राय सहित अन्य लोग मौजूद रहें।
शहाबगंज प्रतिनिधि के अनुसार- मुहर्रम की दशवीं तारीख शनिवार को ईमाम चौकों से ताजिया का जुलूस निकला। अपने अपने कदीमी रास्तों से गुजरते हुए कर्बला के मैदान में ले जाकर दफन किया गया। इस दौरान चारों तरफ या हुसैन, या हुसैन की सदाएं गूंजती रहीं। अलग.अलग अंजुमनों व अखाड़ों द्वारा तरह.तरह के करतब बाजी भी दिखाई गई।
क्षेत्रमेशहाबगंज,बड़गावां,एकौना,अमरसीपुर,नईबस्ती,ठेकहां,किड़िहिरा,मुरकौल, पखनपुरा,जमोखर आदि सहित अन्य जगहों से मोहर्रम का जुलूस निकाला गया। कस्बा बाजार से होते हुए एकौना स्थित कर्बला के मैदान में ले जाया गया। जहां ताजिया ठंडी करने का क्रम देर शाम तक चलता रहा। जुलूस में एक तरफ जहां ताजिया देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था वहीं कलाकारों द्वारा लाठी चक्र आदि प्रस्तुत किए जा रहे कला कौशल का भी लोगों ने देखा। वहीं सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से पुलिस प्रशासन मुस्तैद रही।