Saturday, May 4, 2024
नई दिल्ली

गर्लफ्रेंड के 35 टुकड़े करते समय क्यों नहीं कांपे आफताब के हाथ, पुलिस ने किया खुलासा……

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली। दिल्ली में श्रद्धा की हत्या ने सनसनी फैला दी है। उसके लिव.इन.पार्टनर ने छह महीने पहले हत्या के बाद आरी से शव के 35 टुकड़े कर दिए थे। उसके बाद हत्यारोपित ने रेफ्रिजरेटर खरीदकर शव के टुकड़ों को उसमें रख दिया था। फिर हत्यारोपित एक.एक टुकड़े को दिल्ली में अलग.अलग जगह फेक देता था। दिल्ली पुलिस ने शक के आधार पर उसे गिरफ्तार किया और पूछताछ में उसने हैरान करने वाले राज खोले।

श्रद्धा मर्डर केस पर एडीसीपी साउथ अंकित चौहान ने बताया कि यहां पर एक लड़का.लड़की मुंबई से आए थे। जब लड़की के माता.पिता की लड़की से बहुत दिनों तक बात नहीं हो पाई तो लड़की के माता.पिता ने उसकी लापता रिपोर्ट मुंबई पुलिस में कराई। वहां से उनको लड़की का आखिरी ज्ञात स्थान दिल्ली पता चला।

मुंबई में शेफ की ली ट्रेनिंग

आरोपित आफताब अमीन पूनावाला ने 2 सप्ताह की मुंबई के एक होटल में शेफ की ट्रेनिंग ली थी। उसे ट्रेनिंग के मांस काटने की भी ट्रेनिंग मिली थी। इसी वजह से आरोपित ने बिना कांपे बेरहमी से गर्लफ्रेंड के टुकड़े कर दिए थे।

दोनों की मुंबई में हुई थी मुलाकात

श्रद्धा महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली थी। दोनों की मुंबई के एक कॉल सेंटर में मुलाकात हुई थी। यहीं से दोनों को प्यार हुआ। जिसके बाद दोनों ने शादी योजना बना ली। श्रद्धा के माता.पिता शादी के खिलाफ थे। इसी वजह से दोनों मुंबई से भागकर दिल्ली आ गए और दिल्ली के छतरपुर में लिव.इन में रहने लगे। श्रद्धा उसके साथ शादी करना चाहती थीए और वह शादी से इन्कार कर देता था। इसी कारण दोनों में झगड़ा हो जाता था।

ट्रेनिंग में सीखा था कैसे मांस को सरंक्षित रखा जाए

इसी बीच 18 मई को आरोपित ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद हत्या को छिपाने के लिए मृतका के शरीर को कई हिस्सों में काटकर रेफ्रिजरेटर में रख दिया। चूंकि लड़के ने रसोइए की पढ़ाई की थी और उसे मीट वगैरह संरक्षित करके रखने के बारे में जानकारी थी। इसी के चलते उसने मृतका के शरीर को सुरक्षित करके रख लिया।

फिर हर रात प्लास्टिक की थैली में रखकर शव के एक टुकड़े को महरौली जंगल में फेंक आता था ताकि किसी को शक न हो। यह सिलसिला 18 दिन तक चलता रहा। वह हर रात को दो बजे शव का एक हिस्सा जाकर फेंक आता था। पुलिस को पहली बार 8 नवंबर को मामले की जानकारी मिली और पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।

पिता ने दिल्ली पुलिस से की शिकायत

वहीं, श्रद्धा का सोशल मीडिया पर अपडेट आना बंद हो गया जिसके कारण मुंबई में माता.पिता की चिंता बढ़ गई। श्रद्धा के पिता विकास मदान वाकर दिल्ली पहुंचे और बेटी को तलाशने की हर संभव कोशिश कीए लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। अंत में उन्होंने दिल्ली पुलिस से मदद मांगी। 8 नवंबर को श्रद्धा के पिता ने बेटी के अपहरण की दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस को आफताब के बारे में भी बताया। गुप्त सूचना के आधार पर आफताब को पुलिस ने गिरफ्तार और पूछताछ में उसने सारा सच बता दिया।

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