यहां वनाग्नि, पारा चढ़ते ही फिर धधकने लगे जंगल, लाखों की वन संपदा खाक……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में पारा चढ़ते ही फिर से जंगल धधकने लगे हैं। बीते दिनों बारिश से शांत हुई जंगलों की आग सुलगने लगी है। जिले के नैनीपातल, पलेटा के जंगलों धधक रहे हैं। जिससे लाखों की वन संपदा खाक हो गई है। बीते दिनों हुई बारिश से जंगलों की आग शांत हो गई थी। जिससे वन विभाग के साथ ही आम लोगों में खासी राहत थी।
लेकिन बीते तीन दिनों से यहां बारिश का सिलसिला थमा है। पारा चढ़ते ही फिर से जंगल सुलगने लगे हैं। नैनीपालत, पलेटा सहित अन्य जंगल धू.धूकर जलते रहे। एक किमी से अधिक दायरे में लगी आग से वन संपदा को खासा नुकसान पहुंचा है।
300 हेक्टेयर जंगल चढ़े दावानल की भेंट
पिथौरागढ़ जिले में बीते तीन माह से जंगल सुलगते रहे हैं। जिन्हें बचाने में वन विभाग के पसीने छूट रहे हैं। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक जिला मुख्यालय के नजदीकी जंगलों के साथ ही धारचूला, मुनस्यारी, थल, बेरीनाग, गंगोलीहाट, कनालीछीना क्षेत्रों में 300 हेक्टेयर से अधिक जंगल दावानल की भेंट चढ़ चुके हैं। बीते दिनों हुई बारिश से वन विभाग को उम्मीद थी कि अब जंगलों की आग शांत हो जाएगी। लेकिन बारिश थमते ही फिर से यहां के जंगल धधकने लगे हैं।