चकिया से सटे यहंा अतिक्रमण पर गरजा बुलडोजर, महिलाओं से नोंकझोंक…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वन विभाग ने तीन दशक से काबीज अतिक्रमणकारियों से 170 बीघा जमीन लिया कब्जे में, जमीन की कीमत 8 करोड़
नौगढ़, चंदौली। चकरघट्टा थाना क्षेत्र के सुखदेवपुर गांव में तीन दशक से काबीज लोगों को बेदखल करने हेतु वन विभाग के अधिकारी जेसीबी मशीन लेकर पहुंचे और सुरक्षा खाई खोदना शुरू किया। इस बीच कई बार महिलाओं के से नोकझोंक भी हुई। लेकिन वन क्षेत्राधिकारी रिजवान अली खान के अड़ियल रुख के चलते विरोध करने वाले भाग खड़े हुए।
चकरघटृटा थाना क्षेत्र के सुखदेवपुर गांव में रहने वाले 41अतिक्रमणकारियों को कब्जा बेदखल करके 170 बीघा जमीन पर वन विभाग पौधारोपण कराने जा रहा है। पौधारोपण करने हेतु जेसीबी से सुरक्षा खाई खोदकर वन विभाग के अधिकारी मंगलवार को सुबह 11 बजे पहुंच गए। विभाग के द्वारा दो जेसीबी और चार ट्रैक्टर ट्राली मंगाए गए जब सुरक्षा खाई खुदना शुरू हुआ तो तफरी मच गई। मनबढ अतिक्रमणकारियों ने महिलाओं को आगे खड़ा करके कई बार काम रोकने का प्रयास किया। इस पर वन क्षेत्राधिकारी रिजवान अली खान और इमरान खान को सख्ती दिखानी पड़ी। महिलाओं से कई बार नोकझोंक भी हो गई। अधिकारियों के द्वारा जमीन पर फलदार पौधा लगाकर गांव के लोगों को सुरक्षा में दिए जाने की बात पर लोग शांत हो गए। बता दें कि बीते 28 अक्टूबर को डीएम संजीव सिंह के निर्देश पर तत्कालीन तहसीलदार लालता प्रसाद के नेतृत्व में उड़ाका दल की टीम के साथ वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। सीमांकन की कारवाई के बाद पिलर स्तंभ लगा दिया गया था। डीएफओ रामनगर दिनेश सिंह ने कहा है कि अब इस जमीन पर पौधरोपण कर जंगल विकसित किया जाएगा। विभाग द्वारा अपने कब्जे में ली जा रही जमीन की वर्तमान कीमत करीब 8 करोड़ रुपये है। काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर के नौगढ़ रेंज के अंतर्गत गहिला दक्षिणी कंपार्टमेंट नंबर 18 में तीन दशक से गांव के ही 41 लोगों का कब्जा था। काफी दिनों से वन विभाग की जमीन में धान .गेहूं की फसल बोते चले आ रहे थे। इन लोगों के द्वारा पेड़ .पौधों को काटकर खेती योग्य जमीन बनाने के बाद खेती बारी किया जा रहा था। तहसील एरिया में वन विभाग का चक 71व 73 गाटा संख्या में जंगल है। करीब 30 वर्ष से इस जंगल की जमीन के कुछ हिस्से पर लगभग 12 लोगों ने कब्जा किया हुआ था। इसके बाद करीब सात वर्ष पूर्व वन विभाग ने प्रशासन के समक्ष मामला उठाते हुए जमीन को कब्जा मुक्त करवाने की मांग की तो कुछ लोगों ने इस पर अपना मालिकाना हक बताया। विरोध होने पर जांच पड़ताल के बाद जमीन का रिकॉर्ड खंगाला गया तो आरक्षित वन क्षेत्र पाया गया। अभियान के दौरान प्रभागीय उड़नदस्ता के अलावा, वन क्षेत्राधिकारी मझगांई इमरान खान, वन क्षेत्राधिकारी जयमोंहनी रवि शंकर शर्मा के अलावा वन दरोगा गुरदेव सिंह, वीरेंद्र पांडे, ओंकार नाथ शुक्ला, महिला वनरक्षक समेत थाना पुलिस चकरघट्टा समेत कई रेंजो के वनरक्षक तथा वाचर शामिल थे।
वन भूमि कब्जा करने वालों के विरुद्ध बेदखली की कार्रवाई लगातार जारी रहेगा। सखदेवपुर में कब्जे में ली गई जमीन पर सामाजिक वानिकी और कैंपा योजना से पौध.रोपण करके जंगल विकसित किया जाएगा। फलदार पौधे लगाकर गांव के लोगों को निगरानी में दे दिया जाएगा
दिनेश सिंह, डीएफओ रामनगर