मैं ससुराल नहीं जाऊंगी डोली रख दो कहारो……शादी के लिए राजी नहीं युवा पीढ़ी, पढ़िए यह रिपोर्ट…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
मेरठ। शादी का मौसम शुरू हो चुका है। हर दिन बैंड बाजा बरात की धूम मची हुई है। वहीं युवाओं का एक ऐसा वर्ग भी है। जो शादी करने से कतरा रहा है। उसके मन में शादी और उसके बाद आने वाली जिम्मेदारियों के प्रति कई तरह का भय है। इसके चलते वे शादी के बंधन में नहीं बंधना चाहते हैं। युवाओं की इस मनोस्थिति को बदलने के लिए अभिभावक मनोचिकित्सकों का सहारा ले रहे हैं। मनोचिकित्सकों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में युवाओं में शादी न करने की इच्छा प्रबल हुई है। और हर माह ऐसे 25 से 30 केस काउंसिलिंग के लिए आ रहे हैं।
ये है शादी न करने की कुछ वजहें
कोरोना काल में नौकरी और आर्थिक स्थिति सामान्य न होने की वजह से युवाओं में शादी न करने की इच्छा तेजी से बढ़ी है। इसके अलावा शादी के बाद परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी लेने के लिए भी युवा पीढ़ी तैयार नहीं है। स्वतंत्र विचारों के साथ स्वतंत्र जीवन यापन करना युवा पीढ़ी के लिए सबसे अहम बन गया है। उन्हें रोकटोक और किसी के प्रति जबावदेही बिल्कुल पसंद नहीं है। इसके अलावा परिवार और रिश्तेदारी में असफल वैवाहिक उदाहरण भी इसकी मुख्य वजह बन रही हैं।