शहीद भगत सिंह क्रांतिकारी नहीं बल्कि एक विचार थे । आज के दौर में उनके समतामूलक समाज की परिकल्पना आजादी के सालों बाद भी अधूरी है उक्त बातें वर्तमान समय में शहीद भगत सिंह की प्रासंगिकता विषय पर आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि पूर्व प्रोफेसर कामरेड डॉ जयप्रकाश राय धूमकेतु ने कहा।
चौधरी चरण सिंह विद्यालय के सभागार में शहीद भगत सिंह पर आयोजित गोष्ठी के माध्यम से शहीद भगत सिंह के विचारों पर गहन चर्चा हुई। वक्ताओं ने अपने संबोधन के माध्यम से भगत सिंह को याद किया इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत भगत सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित करके लोक कलाकार प्रभुनाथ यादव के गीतों के माध्यम से किया गया ।उसके पश्चात कामरेड रामदरश यादव ने भगत सिंह के क्रांतिकारी विचारों पर प्रकाश डाला। जिसके बाद फिर राजेश यादव ने अपने गीतो से समा बांध दिया।
अंत में मुख्य वक्ता धूमकेतु राय ने युवाओं में भगत सिंह के विचारों के प्रसारित करने पर जोर दिया। इस अवसर पर अच्छेलाल कन्नौजिया ,धर्मेंद्र्यादव,प्रदीप यादव ,अभयकांत यादव ,रामजी यादव,सुबास कुशवाहा,आदि उपस्थित रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता मुकर ध्वज यादव संचालन अमरदेव यादव ने किया।