Wednesday, May 14, 2025
उत्तर-प्रदेशलखनऊ

यूपी के इस जिले में मिल रही लाश-पर-लाश, पोस्टमार्टम हाउस में लगा ढेर; डॉक्टरों को आया चक्कर, जानें पूरा मामला

कानपुर। अज्ञात शवों के मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा है। शुक्रवार को शहर में अलग-अलग स्थानों पर आधा दर्जन और अज्ञात शव मिले। हालत यह है कि शुक्रवार रात में पोस्टमार्टम हाउस में 43 शव रखे हुए थे।

दिन में सात शवों के पोस्टमार्टम हुए, किसी में भी मौत का कारण हीट स्ट्रोक नहीं दर्शाया गया। किसी में हार्ट अटैक, किसी में फेफड़ों की बीमारी बताई गई तो किसी का विसरा सुरक्षित रख लिया गया।

पोस्टमार्टम जल्दी कराने के लिए शुक्रवार को तीन अतिरिक्त डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई थी। इस दौरान पोस्टमार्टम प्रभारी नवनीत चौधरी की हालत बिगड़ गई और पतारा सीएचसी के डा. अश्विनी कुमार बाघमारे गश खाकर गिर पड़े। उन्हें उल्टी भी हो गई।

अज्ञात शवों के लिए यह है नियम

अज्ञात शवों को 72 घंटे तक रखने का प्रावधान है, ताकि पहचान हो सके। बीते तीन दिनों से शहर में अलग-अलग स्थानों पर इतने शव मिले कि पोस्टमार्टम में अब इन्हें रखने तक की जगह नहीं बची है।

गुरुवार को 24 घंटे में 16 अज्ञात शव मिले थे। 72 घंटे में जब तक इनका निस्तारण हो पाता, शुक्रवार को ग्वालटोली, फीलखाना, बिल्हौर, रायपुरवा, कलक्टरगंज और सचेंडी में छह और शव और मिल गए।

अज्ञात शवों को रखने के लिए रैन बसेरा दिलाने की मांग

अज्ञात शवों के चलते स्थिति इतनी गंभीर है कि पोस्टमार्टम में शवों को रखने तक की जगह नहीं बची है। पोस्टमार्टम प्रभारी डॉ. नवनीत चौधरी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को इस समस्या को लेकर फोन किया और जिलाधिकारी से लावारिस शवों को रखने के लिए रैन बसेरा दिलाने की मांग की है।

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