हरियाणा के अंबाला से चंडीगढ़ आवागमन की एक-एक लेन खुली है। वह भी कभी भी बंद की जा सकती है। जिले में प्रशासन मुस्तैद नजर आ रहा है और शंभू टोल पर बीएसएफ के जवानों की तैनाती की गई है। जैमर के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान नहीं हो सकेगा। लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक है।
शंभू टोल से आगे पुलिस के अलावा कोई नहीं जा सकेगा। पुलिस लाइन में भी मॉक ड्रिल होगी। अब फाइनल रिहर्सल की तैयारी है। पंजाब हरियाणा सीमा पर बीएसएफ और आरएएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है।
शंभू बॉर्डर पर सीमेंट के बैरिकेड लगाने के बाद सीमेंट में कीलें भी गाड़ दी गई हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से किसानों को रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। वहीं शंभू बॉर्डर बंद होने की वजह से कुछ लोग घग्गर नदी से आवागमन कर रहे हैं।
सात जिलों में इंटरनेट बंद हरियाणा व पंजाब के किसान संगठनों के 13 फरवरी के दिल्ली कूच के आह्वान के बाद तीनों राज्यों में अलर्ट है। किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने पंजाब से आने वाले सभी बॉर्डर सील कर दिए हैं। 12 जिलों में धारा 144 लागू कर सात जिलों में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद करने का फैसला लिया है।
राज्य के गृह विभाग के मुताबिक, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और पुलिस जिला डबवाली में 11 फरवरी को सुबह छह बजे से लेकर 13 फरवरी रात 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क एसएमएस और डोंगल सर्विस ठप हो गए हैं। व्यक्तिगत एसएमएस, बैकिंग एसएमएस, ब्रॉडबैंड व लीज लाइंस पहले की तरह चलती रहेंगी।
अंबाला में डीसीपी ने कहा कि, “किसान आंदोलन के कारण, हमने शंभू सीमा को सील कर दिया है…जब वे (किसान) यहां आएंगे, तो हम उनसे अनुरोध करेंगे कि वे इससे आगे न जाएं क्योंकि उनके पास इसकी अनुमति नहीं है।” हम चाहते हैं कि वे शांतिपूर्वक आंदोलन समाप्त करें।