देर रात खोला गया व्यास जी का तहखाना, DM की मौजूदगी में छावनी बना ज्ञानवापी; अब होगी…
वाराणसी। जिला अदालत की ओर से ज्ञानवापी में व्यास जी के तहखाने में नियमित पूजन-अर्चन की बुधवार को अनुमति के बाद देर रात बैरिकेडिंग से रास्ता बनाते हुए व्यास जी का तहखाना खोल दिया गया। इसके लिए डीएम एस. राजलिंगम व पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन समेत पुलिस-प्रशासन के अधिकारी विश्वनाथ धाम-ज्ञानवापी क्षेत्र में डटे रहे। रात 1.50 बजे परिसर से बाहर निकले जिलाधिकारी ने कहा कि न्यायालय के आदेश का अनुपालन किया गया है।
तहखाने में पूजा की अनुमति
जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश ने दोपहर में सुनवाई के दौरान ज्ञानवापी में व्यास जी के तहखाने में विग्रहों की नियमित राग-भोग, पूजा-अर्चना की अनुमति दी। वादी और काशी विश्वनाथ ट्रस्ट बोर्ड को तहखाने में स्थित मूर्तियों का नाम निर्दिष्ट पुजारी से पूजा, राग-भोग कराने का निर्देश दिया। साथ ही डीएम को सात दिन में लोहे की बाड़ आदि में उचित प्रबंध करने को कहा।
छावनी बना ज्ञानवापी
इसके बाद से पुलिस ने सक्रियता बढ़ा दी। विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के साथ शहर में पूरी रात थानेदारों ने खुद दलबल समेत चक्रमण की जिम्मेदारी संभाली। देर रात में जिलाधिकारी ए. राजलिंगम व पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन के साथ पुलिस-प्रशासन के अधिकारी विश्वनाथ धाम पहुंचे। जिला अदालत के फैसले के आलोक में अफसरों ने सभागार में बैठक की। मंदिर बंद होने के बाद भी पुलिस-प्रशासन के अफसर परिसर में ही डटे रहे।