बड़ा सवाल, सरकारी जमीन पर कैसे बनीं कोठियां, उस वक्त क्या कर रहे थे अधिकारी……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
मुरादाबाद। बाढ़ के कहर से सताए गए लोगों ने उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद में कांठ रोड पर भटावली गांव में जिला सहकारी संघ की जमीन को आशियाना बना लिया था। शुरुआत में बाढ़ पीड़ित झुग्गी डालकर रहते रहे। बाद में उसी जगह पर मकान बना लिए। उन्हें देखकर तमाम लोगों ने करोड़ों की बेशकीमती जमीन पर कब्जा करके कोठियां खड़ी करते चले गए। एक.एक करके डेढ़ सौ परिवार सरकारी जमीन पर काबिज हो गए। लेकिन जिन अफसरों की अवैध कब्जों पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी थी, वह आंखें मूंदे रहे।
बुधवार को 150 घरों पर एक सप्ताह में कब्जा हटाने का नोटिस चस्पा होने के बाद से कब्जेदारों में मातम है। जिला सहकारी संघ के भट्ठे की जमीन पर वर्ष 1997 से पक्के मकान बनने शुरू हुए। इससे पहले यहां झुग्गी डालकर रह रहे थे। मकान बनने के बाद सड़कें भी बन गईं। अवैध कालोनियों में धड़ाधड़ बिजली के कनेक्शन बांट दिए गए। नगर निगम हाउस टैक्स भी ले रहा है। एनके राम जिला सहायक उप निबंधक सहकारिता के पद पर दो बार नियुक्त रहे हैं।